SSY Scheme: बिटिया को तोहफा, धड़ाधड़ इस सरकारी स्कीम में खुले 4 करोड़ से ज्यादा खाते, ब्याज भी तगड़ा

सुकन्या समृद्धि योजना करीब 10 साल की हो चुकी है, और यह अधिकतम 10 साल तक की बिटिया के लिए है. मोदी सरकार ने 2015 में सुकन्या समृद्धि योजना (SSY) की शुरुआत की थी. यह सिर्फ एक बचत योजना नहीं, बल्कि यह आपकी बेटी की तरक्की की राह भी है. क्योंकि एक मध्यमवर्गीय परिवार के लिए बेटी की उच्च शिक्षा और शादी का भी ये सहारा है.
सुकन्या समृद्धि योजना स्मॉल सेविंग्स में मिलने वाला सबसे सुरक्षित और बेहतर रिटर्न देने वाला निवेश साबित हुआ है. इस स्कीम का लक्ष्य सिर्फ पैसे बचाना नहीं, बल्कि समाज में एक संदेश देना भी है कि बेटी बोझ नहीं, जिम्मेदारी है, और सरकार इस जिम्मेदारी में परिवार के साथ खड़ी है.
यही कारण है कि लाखों परिवारों ने इसे अपनाया और यह योजना अब ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ मिशन की आर्थिक रीढ़ बन चुकी है. फिलहाल सुकन्या समृद्धि योजना पर 8.2% सालाना ब्याज निर्धारित है. इसी साल वित्त मंत्रालय ने बताया है कि अब तक देश में करीब 4.20 करोड़ SSY खाते खोले जा चुके हैं. इन खातों में कुल जमा राशि 2,73,466.69 करोड़ रुपये है.
कौन कर सकता है निवेश?
इस योजना में केवल वही अभिभावक खाता खोल सकते हैं, जिनकी बेटी की उम्र 10 साल से कम है. एक परिवार में अधिकतम दो बेटियों के नाम पर दो खाते खोले जा सकते हैं. अगर बेटियां जुड़वां हैं, तो तीन खाते खोलने की अनुमति भी मिल जाती है. यह खाता आप पोस्ट ऑफिस और किसी भी नजदीकी बैंक में जाकर खुलवा सकते हैं.
कितनी राशि जमा करनी होती है?
सुकन्या समृद्धि योजना में न्यूनतम 250 रुपये सालाना जमा करना अनिवार्य है, जबकि अधिकतम 1.50 लाख रुपये सालाना निवेश किया जा सकता है. जमा की अवधि 15 वर्ष है, लेकिन खाता कुल 21 वर्ष तक चलता है. खास बात यह है कि जमा बंद कर देने पर भी खाते पर ब्याज मिलता रहता है.
ब्याज और टैक्स का फायदा
सरकार दावा करती है कि सुकन्या समृद्धि योजना की सबसे ज्यादा ब्याज ऑफर किया जाता है. यह आम FD या RD से काफी अधिक मिलता है. इस योजना में सरकार हर तिमाही ब्याज तय करती है. इसके साथ निवेश पर आयकर में 80c के तहत छूट का प्रावधान है. इसपर मिलने वाला ब्याज भी टैक्स मुक्त होता है, और मैच्योरिटी राशि भी टैक्स-फ्री होती है. यानी बेटी के नाम किया गया निवेश पूरी तरह सुरक्षित और टैक्स लाभ वाला है.
कब कैसे निकाल सकते हैं पैसे?
बेटी के 18 साल होने पर उच्च शिक्षा के लिए 50% राशि निकाली जा सकती है. इसके लिए कॉलेज/संस्थान से एडमिशन प्रूफ देना होता है. शादी होने पर 21 साल पूरा होते ही खाता मैच्योर हो जाता है और पूरी राशि माता-पिता या बेटी को दे दी जाती है.
क्यों है यह योजना खास?
अगर आप सुकन्या समृद्धि योजना (SSY) में बिटिया के नाम 5,000 रुपये महीने (₹60,000 सालाना) जमा करते हैं, तो 15 साल तक जमा करने के बाद 8.2% सालाना ब्याज पर कितना रिटर्न मिलेगा.
ब्याज दर (Interest Rate): महीना: 5,000 रुपये (यानी सालाना 60,000 रुपये)
15 साल में कुल जमा: 60000 रुपये × 15 = 9,00,000 रुपये
बता दें, SSY में ब्याज चक्रवृद्धि (Compounded Annually) से मिलता है. इस तरह से सालाना 8.2% ब्याज पर मैच्योरिटी के समय कुल 16,55,000 रुपये मिलेंगे. यानी ब्याज के तौर पर 7,55,000 रुपये मिलेंगे. बता दें, खाता कुल 21 साल तक चलता है, लेकिन पैसा सिर्फ 15 साल तक जमा करना होता है. बाकी साल पैसा ब्याज में बढ़ता रहता है.






